Friday, August 20, 2010

गलतियां तो होती ही हैं..

महात्मा गांधी सांइस लेबोटरी में  कुछ छात्र प्रयोग कर रहे थे।इस दौरान दो विद्धार्थियों से भारी गलती हो गई,उन्हें लगा कि अब कडी सज़ा मिलेगी।प्रयोगशाला उन दिनों प्रख्यात वैज्ञानिक विक्रम  साराभाई ने कुछ दिनों पहले ही शुरू की थी।दोनो छात्र ड़रते ड़रते उनके पास पहुंचे ,साराभाई ने उनको घबराया देखकर पूछा आप लोग इतने डरे हुए क्यों है, उन्होने कहा कि सर हमें काम करते समय एक गल्ती हो गई और इलैक्ट्रिक मीटर से ज्यादा करंट पास हो रहा है......यह सुनकर साराभाई सन्न रह गये....फिर भी खुद को संयत करते हुए उन्होने कहा कि इसमें घबराने वाली कौन सी बात है अध्ययन औऱ प्रयोग के दौरान विद्धार्थियों से तो ऐसी गलती होती ही है...,..हालांकि उस मीटर के खराब हो जाने से उस दिन के बहुत सारे प्रयोग अटके रह गये और उस मीटर की बाजार में उपलब्धता ही नहीं थी साथ ही वह मीटर भी उस दौर में बहुत ज्यादा मंहगा था...........साराभाई ने कहा कि गलती हो गई कोई बात नहीं लेकिन आगे से इस पर सुधार करना।

सबक
                     दोस्तों गलतियां तो हम सभी से होती हैं.और गलती करने से हम खुद को रोक भी नहीं सकते हैं साथ ही हम गलतियों से ही सीखते हैं।पर अक्सर डर के कारण कि हमारी गलती पर हमें सजा मिलेगी हम अपनी गलतियों पर पर्दा डालने की कोशिश करते हैं।अगर आप से कोई गलती हो  जाए तो ड़रें नहीं क्योंकि यह तो एक सामान्य प्रक्रिया है....।
        

No comments:

Post a Comment